हर व्यक्ति के सोचने और समझने का तरीका अलग होता है. कुछ लोग बहुत ही समझदार होते हैं. वे जानते हैं कि परेशानियों से कैसे निकला जा सकता है. हर परिस्थिति का डटकर मुकाबला करते हैं. कठिन परिस्थिति को अपने पर हावी हुए बिना उसका हल निकालते हैं. लोग इन आदतों से भी आपकी छवि के बारे में बहुत हद तक जज कर लेते हैं. ऐसे लोग समझदार कहलाते हैं. वहीं कुछ लोगों के लिए ऐसा करना बहुत ही मुश्किल होता है. हर व्यक्ति चाहता है कि उसे समझदारी वाली श्रेणी में रखा जाए. लेकिन ऐसा सबसे साथ होना थोड़ा मुश्किल है. मनोवैज्ञानिकों के अनुसार व्यक्ति में कुछ ऐसी आदतें होती हैं जो उसे समझदार बनाती हैं. उन आदतों के बारे में आचार्य श्री ने आगे कहा कि कुछ लोगों में ये आदत होती है वे नई-नई चीजों को सीखने के जिज्ञासा रखते हैं. ऐसे लोग न केवल बहुत ही समझदार होते हैं बल्कि उन्हें बहुत सी चीज़ों के बारे में ज्ञान भी होता है. ये चीजें इन्हें आगे बढ़ने में मदद करती हैं. करियर में ऐसे लोग बहुत आगे जाते हैं. कुछ लोग ऐसे होते हैं जो हर समय ये साबित करने की कोशिश करते रहते हैं कि वो बाकी लोगों से श्रेष्ठ हैं. इस वजह से लोग उन्हें घमंडी भी कहने लगते हैं. वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनमें ये आदत नहीं होती है. उन्हें भले ही कितनी भी चीजों के बारे में पता हो लेकिन वे ये जताने की कोशिश नहीं करते हैं. इसलिए वे और अधिक सीख भी पाते हैं. रिस्क लेने वाले व्यक्ति को दूसरों से ज्यादा समझदार माना जाता है. इन लोगों को इस बात का अंदाजा होता है कि अगर नुकसान हुआ तो ये उससे कैसे बाहर निकलेंगे और फायदा हुआ तो ये जीवन में कितना आगे बढ़ सकेंगे. वहीं कुछ लोग इसके बिलकुल विपरीत होते हैं जो हर छोटी से छोटी चीज के लिए स्टेप लेने से घबराते हैं. अंत में आचार्य श्री ने कहा कि जो लोग खुद को समय देते हैं. खुद के साथ समय बिताते हैं. ऐसे लोग बहुत ही समझदार माने जाते हैं. ये लोग खुद को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं.
ख़ुद को बेहतर तरीक़े से समझने वाला ही समझदार प्राणी है : देवेंद्रसागरसूरि
