
पर निंदा रस समाज में सबसे व्यापक रस है : देवेंद्रसागरसूरि
चेन्नई । श्री सुमतिवल्लभ जैन श्वेतांबर जैन संघ के आंगन में चातुर्मासार्थ बिराजमान आचार्य श्री देवेंद्रसागरसूरिजी ने निंदक नियर राखिए विषय के ऊपर संघ भवन में धर्म सभा को संबोधित किया। आचार्य श्री ने कहा कि निंदा एक रहस्यमय कार्य-व्यापार है, जिसे हम समाज से छिपाकर करते हैं; दिल खोलकर करते हैं । निंदक बनने…